आज के ब्लाग में हम पढ़ने वाले हैं भारत के कुछ आश्चर्यचकित गांव जो आपको भी आश्चर्यचकित कर देंगे पूरा पढ़ें आपको भारत के आश्चर्यचकित गांव के बारे में जानकारी जरूर मिलेगी |
1. पातालकोट
पातालकोट भारत के आश्चर्यचकित गांव में से एक है मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले से 78 किलोमीटर की दूरी पर बसा एक 12 गांव का समूह है जो जंगल में बहुत गहराई पर बसा है इसके नाम से ही प्रतीत होता है पातालकोट सतपुड़ा की पहाड़ियों के बीच 3000 फिट ऊंची पहाड़ियों से घिरा हुआ है इस स्थान पर पहुंचने के चारों रास्ते हैं अगर आप किसी भी रास्ते से जाएंगे आपको 5 किलोमीटर का सफर पैदल ही तय करना होगा इस स्थान पर बहुत सारी बहुमूल्य जड़ी बूटियां हैं मगर यहां पर सरकार की परमिशन के बगैर कोई भी नहीं जा सकता यहां पर अधिकतर जनजाति गोंड है जो सैकड़ों सालों से यहां पर निवास कर रही है यहां के लोगों को शहर की चकाचौंध का कुछ भी ज्ञान नहीं है कि अपनी प्राकृतिक सुंदरता में ही खुश रहते हैं इन्हें शहर नाम की कोई चीज का ज्ञान भी नहीं हो यहां के लोग जमीन को अपनी मां वह जमीन पर हल चलाने से परहेज करते हैं और वह खुरपी के सहारे ही खेती करते हैं यहां के लोग जड़ी बूटियों के बारे में बहुत कुछ जानते हैं और बहुत सारी बीमारियों का इलाज भी जा सकते हैं इस स्थान पर बहुत सारी बहुमूल्य जड़ी बूटियां हैं इसलिए सरकार ने जड़ी बूटियों की सुरक्षा की दृष्टि से वहां पर प्रतिबंध लगा कर रखा है यहां के लोग कई प्रकार की बीमारियों का इलाज भी जानते हैं यहां पर 12 गांव का एक समूह है कुछ गांव तो ऐसे हैं जहां पर आज भी कोई नहीं पहुंचा और कई गांव में कभी सूर्योदय नहीं होता पौराणिक कथाओं के अनुसार मेघनाथ ने यहीं पर भगवान शिव की प्रार्थना की थी और भगवान शिव को प्रसन्न किया था |
2. मलाणा
यह भारत की रहस्यमई गांव में से एक है यह हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में पड़ता है यहां के निवासी खुद को सिकंदर का वंशज मानते हैं अति रोचक बातें और यहां पर भारत का कानून भी लागू नहीं होता और यह खुद की संसद है जहां पर अपने नियम कानून चलते हैं यहां पर अगर किसी बाहरी व्यक्ति ने इ स गांव के किसी व्यक्ति को छू लिया तो 1000 रुपए का जुर्माना देना पड़ता है यह और भी रहस्यमई है ऐसा नहीं है कि इस गांव के लोग जबरदस्ती जुर्माना नहीं वसूलते हैं यहां पर जगह जगह पर नोटिस बोर्ड लगे हुए हैं इसको देखकर यहां पर हजारों की संख्या में पर्यटक आते हैं और इस जगह का लुफ्त उठाते हैं इस गांव में कोई भी व्यक्ति अंदर नहीं रह सकता उनके रहने की व्यवस्था गांव के बाहर ही होती है |
4. कुटनी गांव
यह गांव केरल के मल्लापुर जिले में यह गांव पड़ता है या गांव अपने में ही रोचक इस गांव को जुड़वा बच्चों के गांव के नाम से भी जाना जाता है इस गांव में बहुत सारी जुड़वा बच्चे रहते हैं यहां पर लगभग साडे 400
जुड़वा बच्चे रहते हैं इसमें शिशु से लेकर बुजुर्ग तक शामिल है है ना रोचक बात अगर यहां पर 1000 बच्चों में 45 बच्चे जुड़वा पैदा होते हैं |
5. मतरू
यह गांव भी बहुत अनोखा गांव है यह गांव भारत के दक्षिणी राज्य कर्नाटक में पड़ता है और है शिमोगा शहर से कुछ ही दूरी पर पड़ता है इस गांव की खासियत यह है कि यहां का हर व्यक्ति संस्कृत भाषा में बात करता है आज हमारी हिंदी भाषा भी पहचान को तरस रही है अगर इस गांव को देख कर लगता है कि आज भी भारत की प्राचीन संस्कृति भारत में जिंदा है इस गांव के लोग सिर्फ संस्कृत में ही बात करते हैं |
6. सनी सिगनापुर
आज भारत में कई रामराज है तो वह इस गांव में है यह महाराष्ट्र के अहमद नगर जिले में पड़ता है यह गांव ऐसा गांव है जहां पर घरों में एक भी दरवाजा नहीं इस गांव में चोरी बिल्कुल भी नहीं होती है यहां की दुकानों में पी दरवाजे नहीं होते हैं इस गांव में शनि देव का एक मंदिर है उस मंदिर के कारण इस गांव के लोग चोरी या कोई बाहरी व्यक्ति भी चोरी नहीं करता क्योंकि पौराणिक मान्यता है कि जो चोरी करता है उसे शनिदेव के क्रोध का सामना करना पड़ता है इसलिए यहां पर किसी भी प्रकार की चोरी नहीं होती और घरों में दरवाजे ना होने के बावजूद भी चोरी नहीं होती इस गांव पर शनिदेव की कृपा बनी रहती है |
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